म धुबन। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह, भापुसे साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुडी कुमार के मार्गदर्शन में हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए कठोर से कठोर पग उठाकर अपराधियों को सलाखों का मार्ग दिखाया जा रहा है। इसके साथ ही अज्ञानता के कारण कोई व्यक्ति इस दलदल में न धंसे, जागरूकता कार्यक्रम करके युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जा रहा है। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा प्रान्त के गांव गांव जाकर नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम कर रहे हैं। वे साइकिल के साधन का प्रयोग करते हुए एक गांव से दूसरे गांव जा रहे हैं। इस कड़ी में डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत सात दिवसीय शिविर में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पहुंचे और उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सर्वोच्च न्यायालय के जस्टिस माननीय श्री बीवी नागरत्ना और जस्टिस माननीय श्री एन कोटिश्वर सिंह ने ड्रग तस्करी के मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि “नशे में डूबने का अभिप्राय ‘कूल’ होना नहीं है और इससे बचना चाहिए। एनआईए द्वारा एक केस की जांच की जा रही है जिसमें अंकुश विपिन कपूर पर आरोप है कि वह ड्रग तस्करी का नेटवर्क चलाता था। उसने पाकिस्तान से समुन्द्र के रास्ते बड़ी मात्रा में हेरोइन की तस्करी भारत में कराई थी। माननीय जस्टिस श्री नागरत्ना ने निर्णय सुनाते हुए कहा कि नशे की लत का सामाजिक आर्थिक और मनोवैज्ञानिक रूप से युवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह देश के युवाओं की चमक को ही खत्म करने वाली चीज है। उनका पूरा तेज इससे छिन जाता है।” ब्यूरो उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने गीत, कविता और अन्य मुहावरे के साथ साथ नारों के द्वारा भी स्वयं सेवकों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो और पुलिस न केवल अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज रही है अपितु जागरूकता के माध्यम से भी नशा मुक्त हरियाणा बनाने के लिए प्रयत्नशील है। कार्यक्रम के अंत में शपथ ग्रहण करवाई गयी।