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भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चुनावी चुनौती: गढ़ी सांपला किलोई में जाटों और पंजाबी वोटों का समीकरण{23-09-2024}

भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई में चुनाव लड़ रहे हैं। महम में राधा भी रोचक होगा। पंजाबी वोट बैंक के साथ जाट मतदाता रोहतक में विजयी हो सकते हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चुनावी चुनौती
भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चुनावी चुनौती

हरियाणा के रोहतक जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों का नामांकन वापसी के बाद राजनीतिक परिदृश्य लगभग साफ हो गया है। चार क्षेत्रों में कुल 56 प्रत्याशी मैदान में हैं। सोमवार को महम और रोहतक के दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए। भाजपा और कांग्रेस इसके बाद महम को छोड़कर तीन विधानसभा सीटों पर आमने-सामने हैं।

सढ़ी सांपला किलोई, राज्य में लाडवा के बाद दूसरी सबसे बड़ी हाट सीट है। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इस क्षेत्र से चुना है। वे खुद भी स्टार प्रचारक हैं, साथ ही उनके बेटे, सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी। विधानसभा की सीट जाट-जाट होगी। कुंडू और दांगी प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं। भाजपा के बागी जाट प्रत्याशी राधा अहलावत भाजपा का पारंपरिक वोट काटेंगी, जो भाजपा के प्रत्याशी दीपक हुड्डा को नुकसान पहुंचा सकता है। भाजपा और कांग्रेस रोहतक सीट पर सीधा संघर्ष कर रहे हैं।

पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर और पूर्व विधायक बीबी बतरा दोबारा पंजाबी बहुल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर पंजाबी वोटों का वितरण होगा, जबकि अधिकांश जाट वोट हुड्डा के पक्ष में कांग्रेस को जाएंगे। 1967 में शुरू हुई सुरक्षित कलानाैर विधानसभा सीट पर कुल 13 चुनाव हुए हैं। सात बार महिला प्रत्याशी विजयी हुई हैं। करतार देवी चार बार और शकुंतला तीन बार खटक जीती हैं। इस बार भी पूर्व विधायक शकुंतला खटक कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत का आधार होगा बड़े गांव

सांघी हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई हलके का गांव है। माना जाता है कि जसिया, रिठाल, किलोई, मकड़ाैली, चमारिया, गढ़ी सांपला, सांपला, ईस्माइला, भालाैट जैसे क्षेत्रों में वोट उन्हीं के खाते में जाएंगे, भले ही हुड्डा प्रचार नहीं करेंगे। इन गांवों को हुड्डा के गढ़ कहा जाता है। ये सभी बड़े गांव हुड्डा की जीत में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। 1967 में बना किलोई विधानसभा क्षेत्र 2009 में परिसीमन के बाद गढ़ी सांपला में बदल गया।

2009, 2014 और 2019 में इसका चुनाव हुआ था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीनों बार बड़े अंतर से जीत हासिल की। इस बार इस पद पर कुल 14 लोगों ने नामांकन किया। तीन नामांकन खारिज हो गए। किसी भी प्रत्याशी ने इस पद पर अपना नाम वापस नहीं लिया है। मैदान में अब नौ दावेदार हैं। यहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा  के अलावा भाजपा ने जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा को भी उतारा है। यद्यपि मंजू हुड्डा मैदान में नहीं हैं, वे खुद प्रेस वार्ता कर हुड्डा से आशीर्वाद मांगने की घोषणा कर चुकी हैं। यहाँ दो जाट प्रत्याशी होने के बावजूद वोटों का वितरण मुश्किल होगा।

भाजपा किस क्षेत्र में कांग्रेस से मुकाबला करेगी, यह भी दिलचस्प होगा। कृष्ण काैशिक को इनेलो-बसपा, जजपा-आसपा और आम आदमी पार्टी ने प्रवीण गुसखानी को उम्मीदवार बनाया है।

कांटे की टक्कर होगी, वोट बिखरेंगे

मैम पहली विधानसभा सीट है, जहां चतुष्कोणीय मुकाबला होगा। भाजपा से खिलाड़ी दीपक हुड्डा, कांग्रेस से बलराम दांगी, हरियाणा जनसेवक पार्टी (हजपा) से बलराज कुंडू और भाजपा से बागी निर्दलीय प्रत्याशी राधा अहलावत भी मैदान में हैं। बलराज कुंडू फिलहाल विधायक नहीं हैं। जबकि राधा अहलावत का चुनाव चिह्न कैंची कई प्रत्याशियों के वोट काटने के साथ भी उन्होंने दोबारा ताल ठोकी है।

भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा और महम कांड से चर्चित आनंद सिंह दांगी के बेटे बलराम दांगी के पीछे पूरा राजनीतिक वोट बैंक है। वे खेल प्रेमियों के लिए महान खिलाड़ी हैं।जबकि जजपपा-आसपा ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है, इनेलो-बसपा से हवा सिंह उम्मीदवार हैं। विकास नेहरा आम आदमी पार्टी से उम्मीदवार बनाया गया है। 25 लोगों ने महम विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल किया। इनमें से चार नामांकन रद्द कर दिए गए। अब 19 उम्मीदवार चुनाव में हैं।

 

रोहतक में भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने

रोहतक शहर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के दोनों नेता एक बार फिर आमने-सामने हैं। कांग्रेस से निवर्तमान विधायक बीबी बतरा और भाजपा से पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर मैदान में हैं। पंजाबी बहुल रोहतक में दोनों प्रत्याशी पंजाबी हैं, इसलिए वे पंजाबी वोटों को जीतने की कोशिश कर रहे हैं। पंजाबी वोट बैंक दोनों के बीच बाँटने की उम्मीद है क्योंकि हुड्डा खेमे के बहुचर्चित निवर्तमान विधायक बीबी बतरा शहर का जाट वोट बैंक अपने खाते में लाने पर आश्वस्त है। मनीष ग्रोवर अपने हिस्से के अलावा पंजाबी वोटों को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं।

2009 में बीबी बतरा भी कांग्रेस से विधायक चुने गए, लेकिन 2014 में मनीष ग्रोवर ने भाजपा से चुनाव जीता था। टिकट मिलने से पहले भी दोनों पक्षों ने पर्चे बांटने का मुद्दा उठाया है। दोनों दल शहर का प्रमुख मुद्दा, एलिवेटेड रोड, भुनाने में लगे हैं। इनेलो-बसपा से दिलावर मेहरा, जजपा-आसपा से जिमेंद्र बल्हारा और आम आदमी पार्टी से बिजेंद्र हुड्डा प्रत्याशी हैं।कुल 23 प्रत्याशियों ने इस पद पर नामांकन किया है। नाम वापस लेने के बाद चार नामांकन रद्द कर दिए गए। अब चुनाव में कुल 15 उम्मीदवार हैं।

कलानाैर सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच संघर्ष

कलानाैर विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस सीधे मुकाबले में होंगे। दोनों प्रत्याशी महिला हैं। भाजपा में कांग्रेस की पूर्व मेयर रेनू डाबला शामिल हो गईं। भाजपा ने फिलहाल उन्हें उम्मीदवार बनाया है। भाजपा और कांग्रेस के अपने वोट बैंक पर उनका विश्वास है। जबकि निवर्तमान विधायक शकुंतला खटक से उनका सीधा मुकाबला होगा। हैट्रिक बना चुकी शकुंतला खटक चाैथी बार जीतने के लिए मैदान में उतरी हैं।

यहां आम आदमी पार्टी के नरेश बागरी, जजपा-आसपा के महेंद्र सुडाना और इनेलो-बसपा के पूनम चुनाव लड़ रहे हैं। सुरक्षित कलानाैर सीट पर 16 नामांकन हुए। इनमें से दो नामांकन रद्द कर दिए गए। प्रत्याशी को नाम वापस नहीं लिया गया। अब चुनाव मैदान में 13 उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा करेंगे।

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पानी निकासी व्यवस्था

– जलभराव से छुटकारा मिलेगा, क्षमता बढ़ेगी, दोनों ओर नाले को ढक दिया जाएगा

करनाल सिंचाई विभाग शहर के सेक्टर चार से गुजर रहे पांच किमी लंबे नाले को पक्का करेगा। ड्रेन के तटबंध कंक्रीट से बनाए जाएंगे। जिससे बरसात के दिनों में शहर का पानी निकाला जा सकेगा और पानी निकासी व्यवस्था ओवरफ्लो की समस्या हल होगी। परियोजना को दो चरणों में पूरा करने के लिए विभाग 21 करोड़ रुपये खर्च करेगा।पुरा पढ़े

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