कांग्रेस के चक्रव्यूह में भाजपा: हरियाणा में भाजपा कांग्रेस के चक्रव्यूह में फंस गई है, जहां मनोहर और हुड्डा की साख दांव पर है और हाई कमान के सामने दोनों की अग्निपरीक्षा है। सरकार से तीन विधायकों का समर्थन वापस लेने के बाद समीकरण बदल गया है। वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर और हुड्डा दोनों की साख दांव पर है।
Table of Contents
Toggleकांग्रेस के चक्रव्यूह में भाजपा: हरियाणा में भाजपा कांग्रेस के चक्रव्यूह में फंस गई है
हरियाणा के लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ताधारी भाजपा कांग्रेस के चक्रव्यूह में फंस गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बड़ा सियासी दांव खेलकर भाजपा पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाई है, तीन निर्दलीय विधायकों को भाजपा से अलग कर उनके साथ लाकर।
हुड्डा के इस दांव से भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है और लोकसभा चुनाव के बीच प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सरकार को संकट से निकालने में जुट गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल दोनों जजपा और निर्दलीय विधायकों से संपर्क कर रहे हैं। अब वे विधायकों के साथ वन-टू-वन बैठकों में व्यस्त हो गए हैं, जबकि वे पहले लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकी हुई थीं।
कांग्रेस के इस चक्रव्यूह को तोड़ने का काम भाजपा के मनोहर लाल ने किया है। सैनी सरकार को बचाने के लिए उन्होंने जजपा के तीन विधायकों को गिरफ्तार किया और अब कांग्रेस पर पलटवार करने के लिए उनके कुछ नाराज नेताओं पर भी ध्यान दिया। भविष्य में मनोहर लाल की अगुवाई में कुछ कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल होंगे। शह और मात के इस खेल में दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख दांव पर लगी है। दोनों नेता अपनी-अपनी पार्टी के नेतृत्व का विश्वास पात्र हैं और दोनों ही पार्टियों ने हरियाणा के लिए स्वतंत्र रूप से उनका समर्थन किया है।
कांग्रेस नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह फ्लोर टेस्ट के बहाने दबाव डालकर सिर्फ तीन महीने की सरकार नहीं बनाएंगे। कांग्रेस की रणनीति है कि वह भाजपा पर फ्लोर टेस्ट के लिए लगातार दबाव डालकर लोगों को बताए कि भाजपा सरकार अल्पमत में है।
कांग्रेस इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव में भी भुनाने की कोशिश करेगी। भाजपा को 45 की बजाय 43 सदस्यों के साथ तकनीकी अल्पमत का सामना करना पड़ा है।
हमने कहा कि कांग्रेस में गए विधायक वापस आने की उम्मीद है: मनोहरलाल: पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों में से कुछ ने कांग्रेस को फोन करके वापस लौटने की मांग की है। लेकिन हमने आपको कुछ समय इंतजार करने को कहा है।
गन्नौर की नई अनाज मंडी में आयोजित विजय संकल्प रैली में मनोहर ने कहा कि जजपा के विधायकों ने उनसे मुलाकात की और उनका समर्थन देने का अनुरोध किया है। लेकिन वह राजनीति करना नहीं चाहते। कांग्रेस और जजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये दोनों हमारे नहीं जनता के जाल में फंसेंगे।
40 पूर्व विधायकों के साथ कांग्रेस भी मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा की सरकार अल्पमत में आ चुकी है।
नैतिक रूप से मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। हमने राज्यपाल को पत्र लिखकर राष्ट्रपति शासन की मांग की है। तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस लिया है, जो कांग्रेस के लिए आने वाला समय है। एकमात्र निर्दलीय विधायक नहीं, चार दर्जन पूर्व विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हरियाणा भाजपा ने कांग्रेस को घेरने की नई रणनीति बनाई है। भाजपा के स्टार प्रचारक और प्रत्याशी पहले सिर्फ मोदी सरकार की प्रशंसा करते थे, लेकिन अब तीन निर्दलीयों का समर्थन वापस लेने से कांग्रेस को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़े:-
एम एम के भगत सदन ने मारी बाजी करनाल रोड स्थित एम एम पब्लिक स्कूल असंध में अंतर सदन कक्षा 9 से 12 तक के लड़कों के लिए वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया । पुरा पढ़े