भाजपा ने एक बार फिर राष्ट्रवाद को अपना मुद्दा बनाते हुए पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है। शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी द्वारा पारित प्रस्ताव ने अकाली दल और भाजपा गठबंधन को खतरा पैदा कर दिया था। इसके बाद भाजपा के सभी नेता 13 सीटों के लिए मंथन में जुट गए।
2024 लोकसभा चुनाव: बीजेपी अकेले पंजाब में चुनाव लड़ेगी, अकाली दल से गठबंधन पर समझौता नहीं हुआ
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। भाजपा और अकाली दल ने लोकसभा चुनाव पर समझौता नहीं किया। शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी में पारित प्रस्ताव से पंजाब में अकाली दल और भाजपा के गठबंधन पर संदेह है। अकाली दल की कोर कमेटी ने पारित प्रस्ताव में कई मुद्दों पर भाजपा को बहुत आपत्ति थी। इसका परिणाम यह था कि राष्ट्रवाद से कई विषय जुड़े हुए हैं। जिसमें भाजपा अकाली दल से एनएसए को खत्म करने, फिरोजपुर और अटारी बार्डर को खोलने जैसे मुद्दों पर सहमत नहीं थी।
भाजपा के पंजाब के सहप्रभारी डॉ. नरिंदर रैना ने पहले कहा था कि पार्टी राष्ट्रवाद को कभी नहीं मानेगी। राष्ट्रीय एकता की भावना से पंजाब में भाजपा 13 सीटों के लिए तैयार है, लेकिन वह अपनी नीतियों और मुद्दों से सहमत नहीं होगी।
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