Search
Close this search box.

चुनाव 2024: भाजपा ने सुशील मोदी, अश्विनी चौबे और शाहनवाज हुसैन को निपटा दिया! {26-03-2024}

चुनाव 2024: भाजपा ने सुशील मोदी, अश्विनी चौबे और शाहनवाज हुसैन को निपटा दिया!

चुनाव 2024: भाजपा ने सुशील मोदी, अश्विनी चौबे और शाहनवाज हुसैन को निपटा दिया! Lok Sabha का प्रभाव, भरोसा बढ़ा या गिरा: बिहार की राजनीति में प्रसिद्ध सुशील कुमार मोदी ने भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सक्रिय राजनीति से त्यागपत्र दे दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन को साजिश में शामिल किया गया था। होली में इसी विषय पर चर्चा होती है।

चुनाव 2024: भाजपा ने सुशील मोदी, अश्विनी चौबे और शाहनवाज हुसैन को निपटा दिया!

28 मार्च को बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नामांकन करने का अंतिम दिन है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पहले चरण के लिए औरंगाबाद और नवादा में नामांकन करेंगे। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा-सेक्युलर ने जमुई से लोक जनशक्ति (रामविलास) को नामांकन कराना है। आज होली है, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के दोनों बड़े दलों भाजपा और जनता दल यूनाईटेड की सभी सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद। होली पर नेता आम लोगों के साथ मिल रहे हैं। इस मेल मिलाप के दौरान, पिछले 48 घंटे से तीन नामों पर चर्चा चल रही है: सुशील कुमार मोदी, अश्विनी कुमार चौबे और सैयद शाहनवाज हुसैन।

सुशील मोदी: सुशील कुमार मोदी ने बिहार में लगभग दो दशक तक भारतीय जनता पार्टी में जलवा रखी, जब वे डिप्टी सीएम से हटाए गए और राज्यसभा होते हुए दरकिनार रहे।विपक्षी नेता के रूप में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते हुए, फिर नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में भाजपा ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर कब्जा कर लिया, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा और दबाव के बावजूद सुशील मोदी को छोड़ दिया गया। वे डिप्टी सीएम नहीं बने। लंबी प्रतीक्षा के बाद, उन्हें राज्यसभा भेजा गया। वह अब राज्यसभा के पूर्व सांसद भी हैं। राज्यसभा के लिए नाम नहीं आने पर माना जा रहा था कि भागलपुर या पटना से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। वह भागलपुर से सांसद हैं। लेकिन सुशील मोदी खुद का रुख देखना होगा।लेकिन, क्या सुशील कुमार मोदी भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो गए?

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे: भागलपुर से लंबे समय तक राज्य की राजनीति करते हुए बक्सर से देश की राजनीति में आए अश्विनी कुमार चौबे अब राजनीति से दूर हैं। 2024 के जून महीने में, चाहे कोई सरकार बन जाए, वह मंत्री नहीं होगा। भाजपा ने बक्सर का टिकट नहीं दिया। बक्सर में टिकट के लिए लगभग पांच या छह लोग दावेदार थे, लेकिन चौबे को चौंकाकर मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया गया। चौबे भी भागलपुर से कोशिश कर रहे थे। दोनों में से एक भी नाम नहीं लिया गया।उन्हें कुछ अतिरिक्त मिलने का भरोसा दिलाया गया है। ऐसे में, क्या केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया?

शाहनवाज हुसैन: इसके बाद क्या हुआ? 2020 में, सैयद शाहनवाज हुसैन को बिहार का उद्योग मंत्री बनाया गया, जो समझ से परे केंद्रीय मंत्री रहने के बाद काफी समय तक संगठन में था। विधानसभा ने उन्हें मुख्यधारा में लाया। काम बहुत चर्चा में था, लेकिन जब बिहार की नीतीश कुमार सरकार अचानक महागठबंधन सरकार में बदल गई, तो वह भी बाकी भाजपा मंत्रियों की तरह पूर्वोत्तर हो गया।एनडीए सरकार की फिर से 28 जनवरी को वापसी की उम्मीद थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में शाहनवाज हुसैन को अवसर मिलेगा। लोकसभा की संभावना बढ़ गई क्योंकि राज्यसभा के लिए नाम नहीं आया और विधान परिषद् की उनकी सदस्यता भी खत्म हो गई।

वह भागलपुर और किशनगंज जाने की कोशिश करते रहे। भाजपा ने जदयू को दोनों सीटें दी, लेकिन इस बार हुसैन को सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू के फॉर्मूले के तहत अवसर मिलेगा। लेकिन अब सभी दरवाजे बंद हैं। इसलिए, भाजपा के भीतर और बाहर दोनों जगह चर्चा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन के साथ एक साजिश की गई है।यह भी सवाल उठता है कि मुख्तार अब्बास नकवी की तरह कहीं निष्क्रियता दिखाई दी है?

जब सुमो-चौबे संपर्क से दूर हो गए, हुसैन ने कहा कि आस्था नहीं बदलेगी और 40 सीटें जीतेंगे।
भाजपा के अंदर और बाहर चल रही इन बहसों को लेकर ‘अमर उजाला’ ने इन तीनों नेताओं से उनकी प्रतिक्रिया पूछी। सुशील कुमार मोदी को किसी भी फोन नंबर पर संपर्क नहीं किया जा सका।

मोबाइल लगातार बजता रहा, लेकिन कोई फोन नहीं आया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी संपर्क में नहीं रहे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने फोन उठाया, लेकिन कहा कि “राजनीति में जन्म के समय से जो भाजपाई हैं, उनकी आस्था में कोई बदलाव नहीं हो सकता।” उसने कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूँ और पार्टी धर्म-जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करती। किसी को टिकट देने से पहले कुछ विचार किया जाता है, तो किसी को नहीं। वर्तमान में मैं दिल्ली में हूं और बिहार की चालिस सीटों में भाग लेने वाला हूँ।

यह भी पढ़े:-

मेरठ में एक दर्दनाक घटना हुई, जिसमें चार्जिंग पर लगा मोबाइल फटा, एक तेज धमाके से कमरे में आग लगी, चार बच्चों की मौत और पति-पत्नी घायल

मेरठ में एक दर्दनाक घटना हुई, जिसमें चार्जिंग पर लगा मोबाइल फटा, एक तेज धमाके से कमरे में आग लगी, चार बच्चों की मौत और पति-पत्नी घायल हो गए। एक घर में एक शॉर्ट सर्किट से चार्जिंग पर मोबाइल फट गया। पुरा पढ़े

Spread the love
What does "money" mean to you?
  • Add your answer

Recent Post

Scroll to Top