फतेहाबाद : किसान फतेहाबाद के गांव अयाल्की में एकत्रित हुए और दिवंगत शुभकरण की अस्थियों का रोझांवाली में विसर्जन किया गया. आंदोलन में गोली लगने से उनकी मौत हो गई। ट्रैक्टर अपने निजी वाहनों और ट्रालियों से रोझांवाली भाखड़ा नहर पर पहुंचे। उस समय बहुत से किसानों ने मृत किसान शुभकरण को श्रद्धांजलि दी और उनकी अस्थियों को भाखड़ा नहर में विसर्जित किया।
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रतिया के गांव रोझांवाली में बुधवार को अखिल भारतीय खेती बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली लगने से मर गए किसान शुभकरण की अस्थियों को विसर्जित किया। फतेहाबाद के गांव अयाल्की में बहुत से किसान एकत्रित हुए। सभी किसान दोपहर दो बजे ट्रैक्टर ट्रालियों और अपने निजी वाहनों के साथ रोझांवाली भाखड़ा नहर पर पहुंचे।
उस समय बहुत से किसानों ने मृत किसान शुभकरण को श्रद्धांजलि दी और उनकी अस्थियों को भाखड़ा नहर में विसर्जित किया। किसानों ने इस दौरान गांव रोझांवाली में लगे नाके को खुलवाने की मांग भी की। भारतीय किसान यूनियन खेती बचाओ के प्रदेश प्रवक्ता राम जाट ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि दिवंगत शुभकरण एक युवा किसान था जो अपने हकों की मांग को लेकर खनौरी बॉर्डर पर गया था, लेकिन सरकार ने निरंकुशता दिखाते हुए किसानों पर गोलीबारी शुरू कर दी और इस गोलीबारी में शुभकरण के सिर में गोली लगी।
रोझांवाली के पास नाका हटाने की मांग
इस दौरान गांव रोझांवाली के पास बनाए गए नाके को हटाने की मांग किसानों ने की। उनका कहना था कि इस नाके से आम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। लोगों को फतेहाबाद और पंजाब की सीमा तक पैदल जाना पड़ रहा है। बहुत से लोग पंजाब में रहते हैं और उनके आने जाने में परेशानी हो रही है। उनका अनुरोध था कि इस नाके को खोला जाए, क्योंकि किसान शांतिपूर्वक अपना काम करना चाहते हैं। किसानों को आम जनता को परेशान करने का कोई विचार नहीं है।
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