राम मंदिर: मंदिर की सुरक्षा के लिए सरयू लहरों पर सर्विलांस कमरा सात बड़ी एजेंसियां..।सोमवार को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के क्रम में 347 पुलिसकर्मी पहुंचे। पुलिस अधीक्षक (नगर) मधुबन सिंह ने बताया कि पुलिस बल 12 जनवरी को दूसरे चरण में आएगा और 18 जनवरी को तीसरे चरण में आएगा। नए जवानों का आगमन भी जारी है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सुरक्षा की तैयारियाँ
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अयोध्या पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी। रामनगर में सात बड़ी सुरक्षा एजेंसियां छानबीन कर रहे हैं। इसके अलावा, राज्य की सीमाओं पर भी सुरक्षा बढ़ी है। प्रवेश केवल आने-जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी करके किया जा रहा है।
साथ ही, जिले में होटल, लॉज और धर्मशालाओं में टीमें छानबीन कर रही हैं। यहां बुकिंग कराए गए और ठहरे लोगों का भी सत्यापन किया जाता है। वहीं, सरयू की लहरों पर राम मंदिर की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक वाले सर्विलांस रूम बनाए जाएंगे। इनसे चौधरी चरण सिंह घाट से गुप्तार घाट तक नदी का निरीक्षण किया जाएगा।
प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ नागरिकों के फ्लीट रूट पर भी पुलिस टीमें जांच कर रही हैं। यहां प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश और दुनिया के प्रसिद्ध लोग उपस्थित होंगे। इसके बाद यहां हर दिन लगभग दो लाख लोग आने का अनुमान है।
प्रदेश के अन्य जिलों से 100 उपाधीक्षक, 300 निरीक्षक, 800 उपनिरीक्षक और 4500 मुख्य आरक्षी और आरक्षी की मांग की गई है। इसके अलावा, रामनगरी में पीएसी, आरएएफ, सीआरपीएफ, एसटीएफ, एटीएस, एनआईए और एनडीआरएफ के जवान भी मोर्चा संभालेंगे।सोमवार को, तैयारियों के क्रम में पहली बार 347 पुलिसकर्मी अयोध्या पहुंचे। पुलिस अधीक्षक (नगर) ने बताया कि 12 जनवरी को दूसरे चरण में 5300 युवा आएंगे, जबकि तीसरे चरण में 18 जनवरी को 5300 युवा आएंगे। नए जवानों का आगमन भी जारी है। इन्हें सुरक्षा के लिहाज से अलग-अलग स्थानों पर काम करना होगा।
उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि नदी के रास्ते अयोध्या में आतंकी गतिविधियों के इरादे से कोई अवांछनीय तत्व प्रवेश न कर सके।इसी रणनीति में सर्विलांस कमरा बनाया जाता है। जेटी इसे नदी की लहरों पर बना रहा है।
यह कमरा नदी में बाढ़ आने पर जेटी के साथ ऊपर आ जाएगा। पानी कम होने पर यह स्वचालित रूप से गिर जाएंगे।
103 स्कूलों में पुलिस रुकेगी, 20 दिन के लिए प्रतिबंध पढ़ाई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान बाहरी जिलों से आने वाले बलों को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए जिले में 103 स्कूलों को शामिल किया जाएगा। 15 जनवरी से ई-बसों का बेड़ा श्रीराम जन्मभूमि की ओर जाने वाली सड़कों पर उतरेगा। 14 जनवरी को ये बसें एक दिन पहले अयोध्या पहुंच जाएंगी। ई-बसों को पहले रामपथ और धर्मपथ पर चलाया जाएगा।
शहर के प्रवेश प्वाइंट सहादतगंज से अयोध्याधाम तक होंगे, जबकि धर्मपथ पथ के प्रवेश प्वाइंट साकेत पेट्रोल पंप तक होंगे। दोनों सड़कों को 13 जनवरी तक हर हाल में तैयार करने का आदेश दिया गया है, जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया। पथनिर्माण कार्य रात-दिन चल रहा है।
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