भारत की 12 वर्षों की टेस्ट मैच इतिहास में एक भी अर्धशतकीय साझेदारी नहीं की
IND बनाम SA: 2018 और 2022 में केपटाउन में खेले गए टेस्ट मैचों में भारत ने 12 वर्षों में एक भी अर्धशतकीय साझेदारी नहीं की है और कभी भी टेस्ट मैच जीता नहीं है। उसने इन दो टेस्ट मैचों में चार पारियां खेली, लेकिन सिर्फ 223 रन बनाए।
भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने का सपना फिलहाल चकनाचूर हो चुका है, क्योंकि वे सेंचुरियन में करारी हार झेल चुके हैं।
टीम को, हालांकि, केपटाउन में होने वाले दूसरे टेस्ट को जीतकर सीरीज को ड्रॉ करने का मौका मिलेगा। दक्षिण अफ्रीका के साथ 1992 से भारत ने टेस्ट सीरीज खेली है। भारतीय टीम ने 31 वर्षों में न्यूलैंड्स स्टेडियम पर छह टेस्ट मैच खेले। लेकिन उसे एक भी जीत नहीं मिली है।
टीम इंडिया केपटाउन में उसे चार में हार मिली है और दो टेस्ट ड्रॉ रहे हैं। यही कारण है कि तीन जनवरी से इस मैदान पर होने वाले दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में उसे अविश्वसनीय प्रदर्शन करना होगा। कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल को खास शुरुआत देनी होगी। भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने पिछले 12 वर्षों में इस मैदान पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों में एक भी शतकीय साझेदारी नहीं की है।
2018 और 2022 में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन: 2018 और 2022 में यहां खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन दयनीय रहा है। उसने इन दो टेस्ट मैचों में चार पारियां खेली, लेकिन सिर्फ 223 रन बनाए। 2022 में उसने 223 और 198 रन बनाए थे, जबकि 2018 में 209 और 135 रन बनाए थे। इससे स्पष्ट होता है कि बल्लेबाजों के लिए यहां अनुकूल परिस्थितियां नहीं होंगी। 2022 में विराट कोहली ने 79 रन की पारी खेली थी और जसप्रीत बुमराह ने एक पारी में पांच विकेट लिए थे, लेकिन उसके हिस्से में कीगन पीटरसन की पारी के चलते हार हुई थी।
दक्षिण अफ्रीका में सफलता काफी हद तक ओपनिंग जोड़ी पर निर्भर करती है, लेकिन सेंचुरियन में रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ऐसा नहीं कर पाए। दोनों ने सिर्फ तीस और पांच रन की साझेदारियां कीं। भारत ने इस मैच में पारी और32 रन से हारी। भारतीय जोड़ियों का न्यूलैंड्स पर पिछले दो टेस्ट मैचों में भी बुरा प्रदर्शन रहा है। 2018 में मुरली विजय और शिखर धवन ने 16 और 30 रन की साझेदारियां कीं, जबकि 2022 में केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने 31 और 20 रन की साझेदारियां कीं।
तीन जनवरी से शुरू होने वाले टेस्ट मैच में रोहित और यशस्वी पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। शनिवार को रोहित ने मुकेश कुमार की गेंदों पर भी जमकर पसीना बहाया है। वे मुकेश की ही गेंदों पर 45 मिनट से अधिक समय तक अभ्यास करते रहे।
केपटाउन में भारतीय गेंदबाजों की परीक्षा
डोनाल्ड 72 टेस्ट मैचों में 330 विकेट लेने वाले दिग्गज दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड का मानना है कि भारतीय गेंदबाजों की रचनात्मकता केपटाउन में परीक्षण होगी। यहाँ का विकेट सपाट है, इसलिए सेंचुरियन के खिलाफ खेलना कठिन होगा। डोनाल्ड ने कहा कि भारत को बराबरी हासिल करने का मौका खोजने के लिए नई गेंद का बुद्धिमानी से उपयोग करना होगा।
डोनाल्ड ने अपने अनुभव से बताया कि न्यूलैंड्स पर दक्षिण और पश्चिम से हवा बहेगी, जिससे विकेट जल्दी सूख जाएगा। उन्हें नहीं लगता कि विकेट टर्न करेगा, लेकिन वे नई गेंद का इस्तेमाल करेंगे। डोनाल्ड कहते हैं कि पिच स्पिन में शायद बाद में कुछ मदद मिल सकती है, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि भारत स्पिनरों को यहां बुलाएगा। डोनाल्ड ने कहा कि नई गेंद 25 से 30 ओवर तक गेंद को स्विंग करने की कोशिश करें और थोड़ा ज्यादा पिच करें। भारतीय गेंदबाज जल्द ही सेंचुरियन में छोटी गेंदें खेलने लगे, जिसका फायदा अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उठाया।
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