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परिवारवाद की राजनीति: कांग्रेस ने 24और बीजेपी ने इतने राजनीतिक घरों को टिकट दिए

परिवारवाद की राजनीति
परिवारवाद की राजनीति

हरियाणा की राजनीति में परिवारवाद की राजनीति ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस बार भी हरियाणा में राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों को 24 टिकट मिले हैं, जबकि भाजपा ने इतने और इनेलो ने पांच टिकट मिले हैं।

परिवारवाद की राजनीति

1967 में हुए हरियाणा के पहले चुनाव से परिवारवाद हरियाणा की राजनीति में है। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता रणबीर सिंह हुड्डा, राव तुलाराम के वंशज, देसवाली बेल्ट में सक्रिय थे।
किसान नेता सर छोटूराम के दामाद चौधरी नेकी राम पहले संयुक्त पंजाब में मंत्री थे और हरियाणा बनने के बाद बांगर क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय हुए। किसान नेता सर छोटूराम के दामाद चौधरी नेकी राम पहले संयुक्त पंजाब में मंत्री थे और हरियाणा बनने के बाद बांगर क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय थे। चौधरी देवीलाल और उनका परिवार राज्य और देश की राजनीति में सक्रिय हैं।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में परिवारवाद की राजनीति इस बार भी सफल रही है। भाजपा ने 11 प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 24 प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, इस चुनाव में घरेलू राजनीति भी चल रही है। जबकि बंसीलाल परिवार तोशाम में आमने-सामने है, तो डबवाली में चौटाला परिवार से चार प्रत्याशी हैं। बहादुरगढ़ में उनका भतीजा कांग्रेस के राजेंद्र जून के खिलाफ लड़ रहा है।

चौटाला परिवार

पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के परिवार से आठ लोग इस बार चुनाव में मैदान में हैं। प्रत्याशी सभी दूसरी से चौथी पीढ़ी के लोग हैं। रानियां से निर्दलीय चुनाव में देवीलाल के बेटे व पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला शामिल हैं। उनके बड़े भाई और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पोते अर्जुन इनेलो उनके सामने मैदान में हैं। ओमप्रकाश के छोटे बेटे अभय इनेलो से चुनाव लड़ रहे हैं।

अभय के बड़े भाई अजय चौटाला का बेटा और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जींद की उचाना सीट पर जजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। दिग्विजय चौटाला, अजय चौटाला के दूसरे बेटे, डबवाली से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके चाचा आदित्य चौटाला इनेलो के खिलाफ इसी जगह से लड़ रहे हैं।चौटाला परिवार के एक और सदस्य, अमित सिहाग, डबवाली से कांग्रेस में शामिल हैं। देवीलाल के तीसरे पुत्र प्रताप चौटाला के पुत्र रवि चौटाला की पत्नी सुनैना फतेहाबाद से इनेलो के प्रत्याशी हैं।

बंसीलाल का परिवार

राजनीतिक विरासत के लिए भाई-बहन की लड़ाई

इस चुनाव में सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की राजनीतिक विरासत के लिए एक ही परिवार का संघर्ष है। भाजपा ने भिवानी की तोशाम सीट से राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी की बेटी श्रुति को चुनाव में उतारा है। बंसीलाल की पोती श्रुति पहले लोकसभा सांसद थीं। वहीं, बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के पुत्र अनिरुद्ध चौधरी को कांग्रेस ने यहां से निकाला है।

हुड्डा परिवार

दूसरी पीढ़ी चुनाव कर रही है, तीसरी भी सक्रिय है

रणबीर सिंह हुड्डा ने रोहतक सीट से चुनाव जीता। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस क्षेत्र का कार्यभार संभाला। हुड्डा ने दो बार राज्य का मुख्यमंत्री पद संभाला है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा अब अपनी राजनीतिक विरासत संभालने के लिए तैयार हैं। वर्तमान में वह लोकसभा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से सांसद हैं।

भजनलाल का परिवार

चाचा कांग्रेस और भतीजा भाजपा

भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को आदमपुर सीट से बाहर निकाला है। भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई भी कांग्रेस सांसद रहे हैं। अब वह भाजपा का सदस्य हैं। कांग्रेस ने भी भजनलाल के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन को पंचकूला से उम्मीदवार बनाया है। वह चार बार विधायक रहे हैं। साथ ही भजनलाल के भाई दूड़ाराम फतेहाबाद से भाजपा का प्रत्याशी हैं।

भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने छह पूर्व मंत्रियों के पारिवारिक सदस्यों को टिकट दिया।

भाजपा ने करतार भड़ाना के बेटे मनमोहन को समालखा, सतपाल सांगवान के बेटे सुनील को चरखी दादरी और पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्तिरानी को कालका में प्रत्याशी बनाया है। साथ ही, पूर्व मंत्री हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा के बेटे मनजीत पिहोवा, महेंद्र प्रताप के बेटे विजय प्रताप बड़खल, गयालाल के बेटे उदयभान होडल, पंडित शिवचरण लाल शर्मा के बेटे नीरज फरीदाबाद एनआईटी, हरपाल सिंह के बेटे परमवीर टोहाना और आनंद सिंह दांगी के बेटे बलराम महम भी कांग्रेस से उम्मीदवार हैं।

कांग्रेस ने तीन सांसदों के परिवार को लांच किया

कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनाव के दौरान तीन सांसदों के रिश्तेदारों को घोषित किया है। इनमें हिसार सांसद जयप्रकाश जेपी के बेटे विकास सहारण को कलायत, लोकसभा सांसद वरुण चौधरी की पत्नी पूजा को मुलाना और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल का टिकट मिला है

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ब्रेंडन मैकुलम

जोस बटलर की प्रशंसा इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम ने की है। उन्हें इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ सफेद गेंदबाजों में से एक भी कहा गया है। बटलर को आगामी टी20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तान बनाने के बाद बाहर होना पड़ा। वह टीम से बाहर हो गए हैं क्योंकि उन्हें पिंडली में चोट लगी है।पुरा पढ़े

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