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WhatsApp का कहना है कि यह अपनी प्राइवेसी नीति के खिलाफ है और इसके लिए एन्क्रिप्शन को तोड़ना होगा। .. तो देश छोड़ देंगे {26-04-2024}

WhatsApp का कहना है कि यह अपनी प्राइवेसी नीति के खिलाफ है और इसके लिए एन्क्रिप्शन को तोड़ना होगा।

WhatsApp ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि लोग WhatsApp का उपयोग करते हैं क्योंकि यह एन्क्रिप्टेड है और लोगों को इसकी प्राइवेसी पर भरोसा है, इसलिए सरकार को मजबूर करने पर देश छोड़ देंगे। यूजर्स को पता है कि WhatsApp पर भेजे गए सभी मैसेज एन्क्रिप्टेड हैं।

WhatsApp का कहना है कि यह अपनी प्राइवेसी नीति के खिलाफ है और इसके लिए एन्क्रिप्शन को तोड़ना होगा।

WhatsApp, मेटा के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप, भारत सरकार से लंबे समय से लड़ाई कर रहा है। यह संघर्ष अब अंतिम चरण में है। WhatsApp इस बार पारदर्शी दिखता है। सरकार ने कहा है कि WhatsApp को पहली बार भेजे गए मैसेजों का पता लगाना चाहिए। सरकार ने कहा है कि WhatsApp को मैसेज के सोर्स की जानकारी देनी चाहिए। WhatsApp का कहना है कि यह अपनी प्राइवेसी नीति के खिलाफ है और इसके लिए एन्क्रिप्शन को तोड़ना होगा।

.. तो देश छोड़ देंगे

दिल्ली हाईकोर्ट ने WhatsApp को बताया कि लोग इसका उपयोग करते हैं क्योंकि यह एन्क्रिप्टेड है और लोगों को इसकी गोपनीयता पर भरोसा है। यूजर्स को पता है कि WhatsApp पर भेजे गए सभी मैसेज एन्क्रिप्टेड हैं। ऐसे में उनके संदेश को कोई नहीं पढ़ सकता. हालांकि, एन्क्रिप्शन को तोड़ने के बाद इसकी गोपनीयता समाप्त हो जाएगी। हमें देश छोड़ना होगा अगर भारत सरकार ने एन्क्रिप्शन तोड़ने का दबाव डाला।

बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्यवाहक चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की पीठ से व्हाट्सएप पर वकील तेजस कारिया ने कहा कि एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाएगा, तो हम यहां से चले जाएंगे।

IT नियम कब लागू हुए?

WhatsApp ने कहा कि यदि ऐसा वास्तव में किया जाए तो हमें संदेशों की एक पूरी सूची बनानी होगी क्योंकि वे नहीं जानते कि कौन से संदेश डिक्रिप्ट करने के लिए कहा जाएगा। इसके लिए सालों तक अरबों संदेशों को संग्रहित करना होगा।

25 फरवरी 2021 को केंद्रीय सरकार ने ‘इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स, 2021 जारी कीं। उसने कहा कि सभी सोशल मीडिया कंपनियों को आईटी कानूनों का पालन करना होगा। इसके अलावा, अगर किसी मैसेज पर शिकायत की जाती है, तो कंपनी को पहली बार कब और कहां से मैसेज भेजा गया था बताना होगा।

एन्क्रिप्शन क्या है?

WhatsApp अपने मैसेज प्लेटफॉर्म को एन्क्रिप्ट करता है। एन्क्रिप्शन के माध्यम से भेजे गए मैसेज की जानकारी सिर्फ आपको और भेजा गया व्यक्ति को है। साथ ही, आपके मैसेज को कोई दूसरा व्यक्ति नहीं पढ़ सकता, क्योंकि कंपनी को आपके मैसेज की जानकारी नहीं है।

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