उड़ानों के लेटलतीफी और रद्द होने के कारण क्या हैं? जाने क्यों एयरलाइन Vistara मुश्किल में है AI में मर्जर से पहले: विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय होना है, लेकिन विलय से पहले एयरलाइन के पास अधिक समस्याएं हैं। पिछले कुछ दिनों में विस्तारा के विमानों के देरी से चलने और रद्द होने की खबरें आ रही हैं। पूर्ण विवरण प्राप्त करें कि ऐसी स्थिति क्यों बनी है।
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देश की एयरलाइनें फिर से चर्चा में हैं। इस बार टाटा समूह की स्वामित्व वाली विस्तारा एयरलाइन चर्चा में है। विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय होना है, लेकिन विलय से पहले एयरलाइन के पास अधिक समस्याएं हैं। पिछले दिनों में विस्तारा के विमानों के रद्द होने और देरी से चलने की पिछले कुछ दिनों में विस्तारा के विमानों के देरी से चलने और रद्द होने की खबरें आ रही हैं। बीते कुछ दिनों में एयरलाइन को अपनी उड़ानों की संख्या को अस्थायी रूप से कम करना पड़ा है।
सोमवार को विस्तारा विमानों का क्या हाल हुआ?
सोमवार को विस्तारा एयरलाइन ने लगभग पच्चीस उड़ानें रद्द की हैं। वहीं विमान लगभग 160 के करीब देरी से उड़ा। मंगलवार को लगभग सत्तर उड़ानें रद्द हो सकती हैं, ऐसा लगता है। अगर ऐसा होता है, विस्तारा के यात्रियों को भारत में कठिनाई हो सकती है। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि विस्तारा एयरलाइन 300 से अधिक घरेलू और विदेशी उड़ानों करती है। हटाने के लिए बड़े आकार के ड्रीमलाइनर और एयरबस ए321 को घरेलू मार्गों पर तैनात करने की योजना बना रही है।
विमानों को रद्द करने का एयर इंडिया के साथ मर्जर का क्या संबंध है?
एयर इंडिया में विस्तारा का विलय हो रहा है। यह मर्जर भी विमानन कंपनी के परिचालन में आ रही समस्याओं से जुड़ा हुआ है जो इस विलय से पहले हुआ था। विस्तारा एयरलाइन के कर्मचारियों को डर है कि मर्जर के बाद वेतन कम हो सकता है। हाल के महीनों में बहुत से पायलट्स ने बीमार होने की सूचना भी दी है। ऐसे हालात में चालक दल की कमी ने विमानों को देर से रद्द कर दिया है।विशेष रूप से पिछले दो से तीन दिनों में एयरलाइन के लिए चिंता रही है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर शिकायतों का बाढ़ आ गया है।सोमवार शाम को एयरलाइन ने भी परिचालन में बाधा आने की खबर स्वीकार की। यद्यपि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा से जुड़ी वीवीआईपी गतिविधियों के कारण अन्य एयरलाइनों की उड़ानों में भी ३० से ४० मिनट की देरी हुई, लेकिन इसकी वजह थी।
एयरलाइन परिचालन में आ रही समस्याओं पर क्या कह रही है?
विस्टारा ने कहा कि उसने अपने नेटवर्क में पर्याप्त कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए उड़ानों की संख्या अस्थायी रूप से कम करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि प्रभावित ग्राहकों को दूसरी उड़ान या रिफंड की सुविधा दी जा रही है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम समझते हैं कि हमारे ग्राहकों को परिचालन से जुड़ी बाधाओं से असुविधा हुई है और हम उनसे ईमानदारी से माफी मांगते हैं। हम स्थिति को स्थिर करने के लिए काम कर रहे हैं और बहुत जल्द अपनी सामान्य क्षमता के साथ काम करेंगे।
विमानों की देरी के बारे में एयरलाइन के कर्मचारी क्या कहते हैं?
विस्तारा के पायलट वेतन में संभावित कमी की शिकायत कर रहे हैं, जबकि अन्य कर्मचारियों में भी असंतोष है। एयरलाइन के एक कर्मचारी ने कहा, “मुद्दा यह है कि विलय के बाद बनने वाली एयरलाइन में हम किस स्तर पर होंगे।”सूत्रों का कहना है कि एयर इंडिया में विस्तारा का विलय होने के बाद वरिष्ठ पदों पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।विस्तारा का एयर इंडिया में विलय होने के बाद वरिष्ठ पदों पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन विस्तारा के अन्य कर्मियों को बदलने की बहुत कम संभावना है।हालांकि, एयरएशिया इंडिया के एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय के दौरान ऐसी समस्या पहले नहीं हुई थी।
सरकार यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए क्या कर रही है?
विस्तारा एयरलाइंस पर जनता की नाराजगी और कई फ्लाइट्स कैंसिल होने और फ्लाइट्स में देरी होने के बाद सरकार भी हरकत में आ गई है। कंपनी की सेवाओं से लोग सोशल मीडिया पर नाराज हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी विस्तारा एयरलाइंस की इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने और उड़ानों में देरी होने पर कंपनी को नोटिस दिया।नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी विस्तारा एयरलाइंस की इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने और उड़ानों में देरी होने पर कंपनी से जवाब मांग लिया है।
इसकी पुष्टि नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने की है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक ट्वीट किया, “मंत्रालय विस्तारा के उड़ान रद्द होने की स्थिति की निगरानी कर रहा है।” ज्यादातर, एयरलाइन्स खुद उड़ानों को नियंत्रित करते हैं। एयरलाइनों को डीजीसीए के मानदंडों का पालन करना होगा, ताकि यात्रियों को उड़ानों के रद्द होने या देरी होने पर सुविधा मिल सके।
DGCA ने विस्तारा एयरलाइन से क्या कहा?
उड़ानों के रद्द होने और देर होने की खबरों के बीच, डीजीसीए ने विस्तारा एयरलाइन को परिचालन में आई समस्याओं की दैनिक जानकारी और विवरण प्रदान की।सीएआर सेक्शन-3, सीरीज एम, भाग-4 के संबंधित प्रावधानों, जैसे “बोर्डिंग से इनकार किए जाने, उड़ानों के रद्द होने और उड़ानों में देरी के कारण एयरलाइनों द्वारा यात्रियों को प्रदान की जाने वाली सुविधाएं”, अग्रिम सूचना, वापसी का विकल्प, मुआवजा (यदि लागू हो) आदि का पालन करने के लिए एयरलाइन से कहा गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि इसके अलावा, नियामक के अधिकारी उपर्युक्त सीएआर का पालन सुनिश्चित करने और यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइन की विस्तारा में हिस्सेदारी कितनी है?
विस्तारा को मार्च 2024 तक एयर इंडिया में विलय करना लक्ष्य था। फिलहाल, यह प्रक्रिया अभी भी जारी है। टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस दोनों विस्तारा एयरलाइंस में सहयोग करते हैं। विस्तारा में टाटा संस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी और सिंगापुर एयरलाइंस की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत होगी। वह एयरलाइन में लगभग 2000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
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