फिल्म की समीक्षा
गॉडजिला एक्स कॉन्ग: द न्यू एम्पायर 29 मार्च 2024 को रिलीज़ हुआ, इसमें रेबेका हाल, ब्रायन टाइरी हेनरी, डान स्टीवेंस, केली हॉटल, एलेक्स फर्न्स और फाला चेन आदि कलाकार हैं; लेखक टेरी रोसियो, साइमन बैरेट, जेरेमी स्लेटर; निर्देशक एडम विनगार्ड; निर्माता थॉमस टल, जॉन जाशनी और मैरी पैरेंट आदि हैं।
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ToggleGodzilla X Kong: The New Empire की समीक्षा: गॉडजिला और कॉन्ग के तिलिस्मी चमत्कार, धरती हिलती है..।
3/5 विदेशी फिल्मों का शौकीन शायद ही कोई दर्शक होगा, जिसने गॉडजिला पर बनी कोई भी फिल्म नहीं देखी होगी। फिल्मी इतिहास में ये सबसे पुरानी फ्रेंचाइजी है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इसी बात के लिए दर्ज है। ये दैत्याकार जीव 1954 में रिलीज हुई पहली फिल्म से अब इस हफ्ते आई फिल्म तक दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं।
डर के प्रति आकर्षण का ये तिलिस्म जापान से शुरू हुआ और अब अमेरिकी कंपनियां इसे पूरी तरह से उपयोग कर रही हैं। गॉडजिला एक्स कॉन्ग: द न्यू एम्पायर, करीब 1125 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई फिल्म, दैत्याकार जीवों की काल्पनिक दुनिया यानी मॉन्स्टरवर्स के दो भयानक दुश्मनों को एक साथ लाने की कहानी है. एक तरह से, यह उनकी क्रॉसओवर फिल्म है।
मोनार्क के वैज्ञानिक भी यहां हैं जो मोन्सटरवर्स के दैत्याकार जीवों का अध्ययन करते रहते हैं। इस फ्रेंचाइजी के दर्शकों को पिछली फिल्मों में पता चल चुका है कि स्कल द्वीप, एक पहाड़ी के द्वीप पर क्या हुआ और किंग कॉन्ग को अब अकेले रहना पड़ा क्यों? उधर, गॉडजिला की कहानी भी कई चरणों से गुजरती रहती है। फिल्म “गॉडजिला एक्स कॉन्ग: द न्यू एम्पायर” की पहली विशेषता यह है कि अगर आपने पहले फ्रेंच फिल्मों को नहीं देखा है तो यह बहुत अलग नहीं है।
ये कहानी मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की तरह नहीं है जिसमें एक अध्याय छूट जाने पर दूसरे अध्याय को समझ नहीं आता। ये फिल्म सिर्फ अपनी सिनेमैटोग्राफी, विजुअल इफेक्ट्स और बड़े परदे पर दिखाई देने वाली उत्कृष्टता के लिए देखने के लिए बेहतरीन है।हॉलीवुड कंपनी लीजेंडरी पिक्चर्स ने गॉडजिला फ्रैंचाइजी की 38वीं फिल्म, “गॉडजिला एक्स कॉन्ग—द न्यू एम्पायर” बनाई है। चीन ने इस कंपनी में बहुत सारा पैसा लगाया है।
जापानी कंपनी टोहो ने गॉडजिला सीरीज की 33 फिल्में बनाईं और फिर इसे फ्रांस में बेच दिया। फ्रेंचाइजी देखने वाले खोखली धरती के रहस्यों को जानते हैं। इस बार कॉन्ग ने ऐसी ही खोह में अपना स्थान बनाया है। गॉडजिला अपने काम पर बहुत व्यस्त है। कॉन्ग एक दिन एक पोर्टल खोलता है और पाता है कि उसके जैसी पूरी एक जनसंख्या एक गुप्त स्थान पर रहती है। मोनार्क के लोगों का मानना है कि गॉडजिला को आने वाले खतरे का भय है। नाभकीय विकिरण उसे मजबूत करते हैं और वह एक नए लक्ष्य पर चलता है।
विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मौजूदा परिस्थितियों में अनुकूलन करने में लगे गॉडजिला और कॉन्ग कैसे एकत्रित होते हैं, क्यों एक दूसरे के साथ मिलते हैं और आखिर मोनार्क कंपनी के कर्मचारी किस खतरे को जानने में दिन-रात लगे हैं? इस बार कहानी थोड़ी कठिन है, लेकिन फिल्म दो घंटे से भी छोटी है, इसलिए सब कुछ देखने में इतना जल्दी आता है कि दर्शकों को कुछ भी सोचना नहीं पड़ता।
गॉडजिला फ्रेंचाइजी पहले से ही सोचने का नहीं देखने का सिनेमा रहा है, और आज की नवीनतम तकनीक ने इस फिल्म को कहीं ज्यादा विशाल और शानदार बनाया है।फिल्म का असली सितारा तकनीकी टीम है। फिल्म की उत्कृष्ट सिनेमैटोग्राफी के साथ शानदार बैकग्राउंड म्यूजिक दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है। अगर आपको आईमैक्स थ्रीडी फिल्म देखने का अवसर मिलता है, तो आपको क्या कहना है?
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