लोकसभा चुनाव :लोकसभा चुनाव 2024 की चुनावों के लिए यह तैयारी, सब कुछ ठीक होने की उम्मीद से: गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीटों पर निर्णय लेगा। स्थिति सामान्य होने पर भाजपा पहले अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेगी। सीएम नीतीश भी जदयू के प्रत्याशी को एक साथ घोषित कर दें या इस हफ्ते के अंत में।
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ToggleBihar समाचार: कल एनडीए में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा फाइनल होगा
दो मार्च को बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारतीय जनता पार्टी के 195 प्रत्याशियों की सूची जारी की गई। भाजपा की दूसरी सूची आज फिर बिहार में पीएम मोदी के साथ जारी की जा सकती है। लेकिन, अगर ऐसा हुआ भी तो भाजपा बिहार में अपनी 17 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों को गुरुवार को घोषित करेगी। बुधवार को पीएम मोदी फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच शेयर करेंगे।
रात करीब आठ बजे वह दिल्ली चले जाएंगे। उन्हें वहां गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में अपने कट्टर विरोधी चिराग पासवान से मुलाकात करनी होगी। इस बैठक में बाकी घटक दलों के नेताओं भी उपस्थित होंगे। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो गुरुवार को सीट शेयरिंग की घोषणा होगी।
CM नीतीश विदेश जा रहे हैं, पहले सीटों को तय करेंगे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो महागठबंधन में शामिल थे, जून से ही दलगत सीटों का निर्धारण और सीट शेयरिंग का फॉर्मूला मांग रहे थे।28 जनवरी को वह एनडीए में वापस आने के बाद से लगता था कि यहां सीटों का जल्दी से बंटवारा होगा। लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार से दूरी बनाए रखी है और दोनों के बीच असहजता है, इसलिए सिर्फ सीट बंटवारा हुआ।
सीट बंटवारे के कारण भाजपा के विधान परिषद् प्रत्याशी भी तय नहीं हो पा रहे हैं, और बिहार का मंत्रिमंडल विस्तार भी अटक गया है। प्रधानमंत्री मोदी की बेतिया में सभा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली चले जाएंगे। वह वहां से इंग्लैंड जाएगा। नीतीश इंग्लैंड जाएगा और अप्रवासी भारतीयों के कुछ उत्सवों में भाग लेगा।नीतीश भी स्कॉटलैंड जा रहे हैं। वह भी इंग्लैंड-स्कॉटलैंड दौरे से पहले दिल्ली में सीटों का निर्णय लेने के रूप में जा रहे हैं।
भाजपा 17 सीटें लेगी, जदयू को कुछ नुकसान हो सकता है
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मंगलवार रात पार्टी की कोर कमिटी की बैठक में साफ तौर पर कहा कि वह अपनी 17 सीटों पर चर्चा करने बैठे हैं। केंद्रीय मंत्री, लोकसभा-राज्यसभा सांसद, विधानसभा अध्यक्ष और कुछ विधायक भी इस बैठक में उपस्थित थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, सभी पर जीत हासिल की थी। यही कारण है कि वह इस बार भी 17 सीटों को हासिल करने में संशय में नहीं है। जनता दल यूनाईटेड ने 17 सीटों और लोक जनशक्ति पार्टी ने छह सीटों में पिछली बार प्रत्याशी उतारे थे।
लोजपा ने सभी छह सीटें जीतीं, जबकि जदयू को एक सीट ही हासिल हुई। इस बार लोजपा राजग में दो हिस्से हैं। सांसद चिराग पासवान एक हिस्से के अधिकारी हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस दूसरे हिस्से के अधिकारी हैं। दोनों ने अपनी सीटों को अलग-अलग गिना। दोनों में हाजीपुर सीट पर भी विवाद है।
भाजपा लोजपा को कितनी सीटें देगी, यह उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी के दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा-सेक्युलर पर निर्भर करेगा। केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, इसलिए कुशवाहा विधानसभा में अपने लिए एक सीट लेकर खुश हो सकते हैं। ऐसा ही होगा अगर जीतन राम मांझी के बेटे को विधान परिषद् में सीट या राज्यपाल का पद मिल जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। ऐसे में जदयू को 16 सीटें मिल सकती हैं, जबकि लोजपा को वही छह सीटें मिल सकती हैं।
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